पंचगव्य गाय से प्राप्त पांच सामग्रियों का मिश्रण है जिसमें गाय का गोबर, गाय दूध गाय का दही, गाय का गौ मूत्र घी को मिश्रित करके बनाया जाता है। जिस प्रकार भारतीय सनातन में वायु, अग्नि, जल, पृथ्वी तथा आकाश तत्व को पंच महाभूत कहा जाता है। उसी प्रकार पंचगव्य में गोमूत्र को वायु, दूध को जल, घी को अग्नि, गोबर को पृथ्वी तथा दही को आकाश तत्व कहा जाता है।
पंचगव्य पंचमहाभूत ही है जो गौ माता के अलग-अलग अंगों से प्राप्त किया जाता है। हमारा शरीर भी पंचमहाभूत से ही बना है। पंचगव्य का प्रयोग बहुत सी असाध्य बीमारियों को ठीक करने के लिए किया जाता है।
पंचगव्य पौराणिक शास्त्रों के अनुसार कई धार्मिक कार्यों में भी प्रयोग किया जाता है। पंचगव्य धार्मिक अनुष्ठान मांगलिक कार्य एवं गृह शुद्धि के लिए भी किया जाता है।
पंचगव्य का प्रयोग किसान अपने फसल पर करता है तो फसल रोग मुक्त रसायन मुक्त और उत्तम गुणवत्ता वाला होता है।