प्रयागराज में हो रहे कुम्भ पर्व का महत्व।

  1. कुंभ का मतलब है ‘घट’ और घट शरीर का प्रतीक है. घट-घट में व्याप्त आत्मा का अमृत रस होता है.

  2. कुंभ मेले में स्नान करने से पापों से मुक्ति मिलती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है.

  3. कुंभ मेले में संतों के प्रवचन सुनने और आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त करने का मौका मिलता है.

  4. कुंभ मेले में भाग लेने के लिए देश भर से संन्यासी, पुजारी, और योगी आते हैं.

  5. कुंभ मेले में गंगा, यमुना, और सरस्वती के पावन त्रिवेणी संगम पर स्नान करने का विशेष महत्व है.

  6. कुंभ मेले के दौरान गंगा का पानी सकारात्मक ऊर्जा से भरा होता है.

  7. कुंभ मेले में जल सूर्य, चंद्रमा, और बृहस्पति की सकारात्मक विद्युत चुंबकीय विकिरणों से भरा होता है.

  8. कुंभ मेले के दौरान संपूर्ण भारत के लोग एक जगह एकत्रित होकर नदी में स्नान करते हैं.

  9. कुंभ मेले का आयोजन हर 12 साल बाद किया जाता है.

  10. कुंभ मेले की तिथियां सूर्य की स्थिति के अनुसार निश्चित होती हैं.